11 मार्च को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति अम्मान्यूल मैक्रोन ने दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सौर ऊर्जा संघ के पहले सत्र की अध्यक्षता की ।
इस शिखर बैठक सम्मेलन में मोदी ने वर्ष 2022 से पहले देश में सौर ऊर्जा के प्रयोग से 175 मैगावाट्स बिजली पैदा करने का वादा किया ।
उन्होंने 10 सूत्रीय कार्यवाही कार्यक्रम पेश किया ।उन्होंने कहा कि हमें सौर ऊर्जा परियोजना के लिए उदार कर्ज और कम जोखिम वाली पूंजी देनी होगी।
मैक्रोन ने अपने भाषण में कहा कि सौर ऊर्जा का महत्व समझने में दुनिया ने बड़ा कदम उठाया है ,लेकिन बहुत कुछ करना बाकी है ।फ्रांस इस नये संगठन का समर्थन करने वाला एकमात्र विकसित देश है ।
एक दिवसीय बैठक में अंतरराष्ट्रीय संगठनों और वित्तीय संस्थाओं के प्रमुखों के अलावा 23 देशों के नेताओं और 10 अन्य देशों के मंत्री स्तरीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।(वेइतुंग)