कुछ चरमपंथियों ने 1 जुलाई को हिंसात्मक तरीका अपनाकर हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के विधान सभा की इमारत में घुसकर महाविनाश किया। इन दिनों विभिन्न हांगकांग वासियों और गैर-सरकारी संगठनों ने अपराधियों की कड़ी निंदा की और कानून के अनुसार उन्हें सज़ा देने का आग्रह किया और विभिन्न जगतों से कानूनी शासन वातावरण की पुनः स्थापना करने और अर्थतंत्र एवं जन जीवन के विकास पर ज़ोर देने की अपील की।
हांगकांग कानून जगत के सौ से अधिक प्रतिनिधियों ने 3 जुलाई को संयुक्त नाम-पत्र जारी कर अपराधियों के हिंसात्मक कार्रवाई की कड़ी निंदा की। उनमें से एक प्रतिनिधि छन मानछी ने संवाददाता से कहा कि उन लोगों की कार्रवाई ने न केवल हांगकांग वासियों की बेसलाइन को धक्का पहुंचाया है, बल्कि कानून का उल्लंघन भी किया। हांगकांग का कानून जगत अपराधियों को कतई रियायत नहीं देगा। हिंसक कार्रवाई करने वाले व्यक्तियों को कानूनी जिम्मेदारी उठनी चाहिए।
चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति के सदस्य लोंग ज़मिंग ने संवाददाता से कहा कि मातृभूमि में हांगकांग की वापसी के बाद से लेकर अब तक पिछले 22 सालों में नागरिक कानून के अनुसार विभिन्न अधिकार और मुक्ति का उपभोग करते हैं। लेकिन 1 जुलाई को विधान सभा की इमारत पर हुए हिंसक हमले ने इस प्रकार के अधिकार और मुक्ति को नुकसान पहुंचाया। इसे बिलकुल स्वीकार नहीं किया जा सकता।
वहीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की हांगकांग शाखा के 36 प्रतिनिधियों ने 2 जुलाई को बयान जारी कर अपराधियों की हिंसक कार्रवाई की कड़ी निंदा की और पुलिस से कानून का सख्ती से कार्यान्वयन करते हुए अपराधियों को सज़ा देने का आग्रह किया।
हांगकांग वासी य्वी सहोंग ने कहा कि हिंसक व्यक्तियों ने विधान सभा में घुसकर सार्वजनिक उपकरणों को नष्ट किया। उनकी हिंसात्मक कार्रवाई पर व्यापक हांगकांग वासियों को बहुत क्रोध आया। उन्होंने नागरिकों से तर्कसंगत एकता करने और नागरिकों के हितों को नुकसान न पहुंचाने की अपील की।
(श्याओ थांग)