शी चिनफिंग के साथ चीन का संविधान सीखें
संविधान एक देश का बुनियादी कानून है, जो देश का शासन करने का आम चार्टर है, जिसका सर्वोच्च कानूनी स्थान, कानूनी प्रतिष्ठा और कानूनी प्रभाव है। 4 दिसम्बर, 2012 को शी चिनफिंग ने संविधान के निर्माण की 30वीं वर्षगांठ पर भाषण देते हुए यह कहा।
किसी भी संगठन या निजी व्यक्ति को संविधान और कानून के दायरे में कार्यवाई करनी चाहिए। किसी भी नागरिक, संगठन और राष्ट्रीय संस्था को संविधान और कानून को कार्यवाई मापदंड बनाकर अधिकारों व कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। 23 फरवरी, 2013 को शी चिनफिंग ने सीपीसी की 18वीं केंद्रीय पोलित ब्यूरो की एक बैठक में इस पर जोर दिया।
पार्टी जनता का नेतृत्व कर संविधान व कानून बनाती है, साथ ही संविधान व कानून का पालन करने का नेतृत्व करती है। पार्टी खुद को संविधान और कानून के दायरे में कार्यवाइयां करनी चाहिए। 7 जनवरी, 2014 को शी चिनफिंग ने केंद्रीय राजनीतिक कानून कार्य सम्मेलन में इस बात पर जोर दिया।
संविधान देश का बुनियादी कानून है। कानून के मुताबिक देश का प्रशासन चलाने के लिए सर्वप्रथम संविधान के मुताबिक देश का शासन करने पर कायम रहना चाहिए। कानून के मुताबिक सत्ता की भागडोर संभालने के लिए सर्वप्रथम संविधान के मुताबिक शासन रहना चाहिए। 5 सितम्बर, 2014 को शी चिनफिंग ने एनपीसी की स्थापना की 60वीं जयंती पर भाषण देते हुए यह कहा।
संविधान के मुताबिक देश का प्रशासन करने और सत्ता करने में संविधान में तय किये गये सीपीसी के नेतृत्व स्थान पर कायम रहना शामिल है, संविधान में तय किये गये जनता की लोकतांत्रिक प्रशासन और एनपीसी की प्रणाली को कभी नहीं हिलने पर कायम रखना शामिल है। 2 फरवरी, 2015 को शी चिनफिंग ने प्रांत स्तरीय नेताओं की एक संगोष्ठी में भाषण देते हुए यह कहा।