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आशा है कि अधिक लोग तिब्बत के विकास के साथ निष्पक्ष व्यवहार करेंगे- नेपाली विद्वान

criPublished: 2021-08-09 13:59:15
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साल 2010 में हरीश नेपाल की ओर से तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के जन विदेशी मैत्री संघ को उपहार भेंट करते हुए

“साल 2010 में मैंने नेपाल की ओर से चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को राजकुमारी भृकुटी की मूर्ति दान दी। वह मेरी पहली तिब्बत यात्रा थी।” नेपाल में चीनी संस्कृति और शिक्षा संघ के अध्यक्ष, काठमांडू के अलका अस्पताल के प्रमुख हरीश चंद्र झा ने हाल ही में चाइना न्यूज़ सर्विस (सीएनएस) के संवाददाता को दिए एक इन्टरव्यू में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि यदि वे व्यक्तिगत रूप से आकर इसे नहीं देखते, तो हो सकता है कि उनके दिमाग में वह तिब्बत की छवि होती जिसकी उन्होंने कल्पना की थी।

हरीश ने कहा कि तिब्बत में प्रवेश करने से पहले, तिब्बत के बारे में उनकी और कुछ नेपाली लोगों की समझ ज्यादातर कुछ पश्चिमी मीडिया रिपोर्टों तक सीमित थी। लेकिन 2010 से लेकर अब तक, उन्होंने कई बार तिब्बत की यात्रा की। वे ल्हासा, आली, न्यिंगची, छांगतु आदि स्थल गए। हर बार तिब्बत आए, तो वे यहां के विकास में आए नए परिवर्तनों को महसूस किया। उदाहरण के लिए, तिब्बती लोगों के घरों के सामने खड़े कई वाहन साइकिल से मोटरसाइकिल और कारों में बदल गए हैं। "मुझे लगता है कि यह तिब्बती लोगों के जीवन स्तर में तेजी से सुधार का एक सूक्ष्म जगत है।" हरीश ने यह बात कही।

व्यावसायिक कारणों से हरीश को स्थानीय तिब्बती अस्पताल और अन्य अस्पतालों का दौरा करने का अवसर मिला। उनका मानना है कि तिब्बत में कई अस्पताल सुविधाएं बहुत आधुनिक हैं, जहां वातावरण साफ़ और स्वच्छ है। उन्होंने कहा कि तिब्बती लोगों के लिए डॉक्टर के पास जाना बहुत सुविधाजनक है, खासकर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के लिए।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, तिब्बती लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा 71.1 वर्ष तक पहुंच गई है, जो सन् 1951 की तुलना में दोगुनी है। हरीश के विचार में इससे पता चलता है कि तिब्बती लोगों की शारीरिक गुणवत्ता बेहतर से बेहतर होती जा रही है।

हरीश ने कहा कि चीन में एक कहावत है कि सौ बार सुनने से एक बार देखना बेहतर है। उन्हें लगता है कि अधिकांश पश्चिमी मीडिया या तो यहां कभी व्यक्तिगत रूप से नहीं रही हैं, या वास्तव में तिब्बत और तिब्बती लोगों को नहीं समझ पाए हैं। वे जो रिपोर्ट करते हैं वह उनकी कल्पना में तिब्बत है।

हरीश ने कहा कि वे व्यापक और स्थिर आर्थिक सामाजिक विकास, पारिस्थितिक पर्यावरण, धार्मिक विश्वासों की व्यापक सुरक्षा और सभी जातीय लोगों के खुशहाल जीवन बिताने वाला नया तिब्बत देख रहे हैं। उन्हें आशा है कि अधिक लोग निष्पक्ष रूप से तिब्बत के विकास को देखेंगे।

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