आज के तिब्बत का सामना करते हुए कोई भी बाहरी अलगाववादी ताकतें परेशान नहीं कर सकती
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय तिब्बत की विकास उपलब्धियों की निगाहों में है। अमेरिकी लेखक लारेंस जे. ब्राह्म के विचार में छिंगहाई-तिब्बत पठार पर विभिन्न जातियों की संस्कृतियां पूरी तरह से संरक्षित हैं और आपस में काफी सहिष्णु भी हैं। वहीं, पाकिस्तान के वकील मुहम्मद इकबाल ने तिब्बत की यात्रा की, उन्होंने कहा कि तिब्बत अब पहले जैसा नहीं रहा। सामाजिक अर्थव्यवस्था के स्थिर विकास ने तिब्बत के गरीबी उन्मूलन कार्य को और अधिक प्रभावी बना दिया है।
इस वर्ष चीन की 14वीं पंचवर्षीय योजना का प्रथम वर्ष है। तिब्बत भी विकास के एक नए शुरुआती बिंदु पर खड़ा है। यह उच्च गुणवत्ता वाले आर्थिक और सामाजिक विकास को गति दे रहा है और लोगों के लिए बेहतर जीवन का निर्माण कर रहा है। तिब्बत में दीर्घकालीन स्थिरता के सामने कोई भी बाहरी ताकत परेशानी खड़ी नहीं कर सकती। तिब्बत को विभाजित करने के लिए कुछ शत्रुतापूर्ण ताकतों का प्रयास जरूर विफल होगा।