बर्फ पर्यटन से तिब्बत के विकास को मिलती है बड़ी मदद
तिब्बत, जो दुनिया के तीसरे ध्रुव में स्थित है, हमेशा से एक ऐसा स्थान रहा है, जिसके लिए यात्रा करने वाले लोग तरसते हैं। 9 मार्च को चौथे दौर वाली "तिब्बत की शीतकालीन यात्रा, पृथ्वी के तीसरे ध्रुव को साझा करना" शीर्षक गतिविधि समाप्त हो जाएगी, जो सर्दियों के मौसम में तिब्बत के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए है। पेइचिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक के आयोजन के चलते पूरे देश में बर्फ-पर्यटन लगातार गर्मा रहा है, इससे लाभ उठाते हुए तिब्बत में बर्फ़ पर्यटन भी तेज़ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
हिमालय पर्वत, न्यानछिंग थांगकुला पर्वत समेत हिम से ढके पहाड़ों के साथ-साथ तिब्बत में हिमनद संसाधन भी प्रचुर है, यहां देश में हिमनदों का लगभग 48 प्रतिशत भाग उपलब्ध है। हिम पर्वतों, हिमनदों के अलावा, अद्वितीय पठारीय दृश्य और प्राकृतिक व सांस्कृतिक परिदृश्य, बर्फ़-खेल और जातीय रिति-रिवाज़ों ने तिब्बत में बर्फ़ पर्यटन के विकास के लिए बड़ा अवसर लाया, यहां बर्फ-पर्यटन प्रेमियों का पसंदीदा स्थल बन गया है।
गत 5 जनवरी को पूर्वोत्तर चीन के हेलोंगच्यांग प्रांत की राजधानी हार्पिन में आयोजित 2022 चीनी बर्फ़-पर्यटन विकास मंच आयोजित हुआ, जिसमें चीन पर्यटन अकादमी ने "चीन में हिम और बर्फ़ पर्यटन की विकास रिपोर्ट-2022" जारी की। रिपोर्ट में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के यांगपाचिंग में "बर्फिले पठार पर तिब्बती चिकित्सा हॉट स्प्रिंग्स में स्नान" को 2022 हिम और बर्फ़ क्लासिक इनोवेशन प्रोजेक्ट के रूप में, और "मीत्वेइ हिमनद एडवेंचर" को 2022 हिम और बर्फ़ फैशन इनोवेशन प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया था।
"हमारे पूर्वजों ने पीढ़ियों से हिम से ढके पहाड़ों के नीचे काम किया है और रहते आये हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि ठंडे बर्फ से ढके पहाड़ हमें बड़ी आय देंगे। हम अपने गृहनगर में हिम और बर्फ के संसाधनों को और भी अधिक संजोएंगे, और आशा करते हैं कि और अधिक पर्यटक तिब्बत में हिमनद देखने, हिम से ढके पहाड़ों पर चढ़ने और बर्फ-खेल का खुशीजनक अनुभव करने आएंगे।" तिब्बत में बर्फ़-पर्यटन सेवा में कार्यरत तिब्बत लड़की च्येनछान च्वोमा ने यह बात कही।