नस्लीय भेदभाव को खत्म करने के मुद्दे पर अमेरिका अपनी गलतियों को पहचाने
76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 18 मार्च को नस्लीय भेदभाव को खत्म करने के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय दिवस की बैठक आयोजित की। संयुक्त राष्ट्र संघ में स्थित अमेरिकी प्रतिनिधि थॉमस ग्रीनफील्ड ने शिनच्यांग से जुड़े मुद्दे को लेकर चीन को बदनाम किया। साथ ही उन्होंने कई देशों में तथाकथित मानवाधिकार की स्थिति पर आलोचना भी की। संयुक्त राष्ट्र संघ में स्थित चीनी उप प्रतिनिधि ताय पिंग ने इस का खंडन किया।
उन्होंने कहा कि आज संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक स्मारक बैठक आयोजित की। सदस्य देशों ने मेजबान देश का सम्मान करने के लिये उसे भाषण देने को आमंत्रित किया। लेकिन अमेरिका ने मेजबान देश के रूप में इस मौके पर राजनीतिक हमला किया, और चीन तथा अन्य कई देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने के साथ बदनाम भी किया। अमेरिका अपने मेजबान देश की हैसियत के योग्य नहीं है।
ताय पिंग के अनुसार अमेरिका ने बार-बार यह कहा है कि चीन के शिनच्यांग में नरसंहार और मानवाधिकार के उल्लंघन करने की स्थिति मौजूद है। लेकिन यह बिल्कुल झूठ है। जो अमेरिका द्वारा बनायी गयी एक राजनीतिक कुचेष्टा है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है।
चंद्रिमा