चीन वैश्विक मौसम विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है- डब्ल्यूएमओ महासचिव
23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस है। इस वर्ष की थीम "प्रारंभिक चेतावनी, प्रारंभिक कार्रवाई" है। इस वर्ष विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) में चीन की भागीदारी की 50वीं वर्षगांठ भी है। हाल ही में चाइना मीडिया ग्रुप के संवाददाता ने खास तौर पर डब्ल्यूएमओ महासचिव पेटेरी तालास के साथ साक्षात्कार किया। बातचीत में तालास ने पिछले 50 वर्षों में अपने देश और दुनिया के लिए आपदा में कमी और रोकथाम, प्रारंभिक चेतावनी, और मौसम संबंधी सेवाओं के आर्थिक और सामाजिक लाभों में सुधार में चीन के मौसम विज्ञान कार्य के योगदान का सकारात्मक आकलन किया।
साल 1972 में डब्ल्यूएमओ में चीन लोक गणराज्य की कानूनी सीट बहाल हुई। तालास ने कहा कि पिछले 50 सालों में डब्ल्यूएमओ के महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में चीन डब्ल्यूएमओ की वैश्विक परिचालन प्रणाली का रखरखाव और निरंतर उन्नयन करता है, वैश्विक जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करता है, और अत्यधिक प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ बचाव करता है। इसके साथ ही क्षेत्रीय, बहुपक्षीय और द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान सहयोग, शिक्षा व प्रशिक्षण, और अविकसित देशों को अंतर्राष्ट्रीय मौसम संबंधी सहायता देने आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। चीन दिन-ब-दिन वैश्विक मौसम विज्ञान क्षमताओं का निर्माता और वैश्विक मौसम विज्ञान विकास में योगदानकर्ता बन गया है, और आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान सहयोग में अधिक महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका निभाएगा।
तालास का कहना है कि पिछले 50 वर्षों से डब्ल्यूएमओ का सदस्य बनने से न केवल चीन को लाभ मिला है, बल्कि कई अन्य देशों को भी फायदा पहुंचा है। आधुनिक अवलोकन प्रणालियों का न केवल चीन में बल्कि विश्व स्तर पर भी पूर्व चेतावनी सेवाओं की गुणवत्ता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।