चीनी विदेश मंत्री ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से फोन पर वार्ता की
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 4 अप्रैल को यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फ़ोन पर बातचीत की, और दोनों नेताओं ने मुख्यतः यूक्रेन परिस्थिति पर विचार-विमर्श किया।
कुलेबा ने रूस-यूक्रेन परिस्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चीन एक महान देश है और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के पाँच सिद्धांतों का पालन करता है, जो शांति की रक्षा करने की कुंजीभूत सक्रिय शक्ति है। यूक्रेन चीन के अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव और प्रतिष्ठा को बड़ा महत्व देता है। यूक्रेन चीन के साथ संपर्क बरकरार रखना चाहता है। आशा है कि चीन युद्धविराम के लिए अहम भूमिका अदा कर सकेगा।
वहीं, वांग यी ने कहा कि यूक्रेन सरकार द्वारा चीनी नागरिकों के यूक्रेन से सुरक्षित रूप से निकलने में सहायता दिये जाने पर आभार प्रकट करता है। उन्होंने जोर दिया कि चीनी नेता और चीन सरकार हरेक प्रवासी चीनियों की सुरक्षा को बड़ा महत्व देते हैं। आशा है कि यूक्रेन सक्रिय और कारगर कदम उठाकर यूक्रेन में ठहरने वाले कई चीनी नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकेगा। कुलेबा ने कहा कि यूक्रेन इसके लिए सबसे बड़ा प्रयास करेगा।
वांग यी ने कहा कि चीन का रुख है कि यूक्रेन समस्या का शांति वार्ता से समाधान किया जाना चाहिए। चीन रूस-यूक्रेन शांति वार्ता का स्वागत करता है। चीन आशा करता है कि समानता और वार्ता के जरिए सही मायने में एक संतुलित, कारगर और सतत यूरोपीय सुरक्षा व्यवस्था की स्थापना की जाएगी। इसके लिए चीन अथक प्रयास करेगा। चीन को विश्वास है कि यूक्रेन पर्याप्त बुद्धिमता से अपने देश के लोगों के बुनियादी हितों से मेल खाने वाला विकल्प चुन सकेगा।
आगे कुलेबा ने कहा कि यूक्रेन रूस-यूक्रेन शांति वार्ता में संलग्न रहेगा, ताकि समस्या का चिरस्थायी हल करने के उपाय की खोज की जा सके। यूक्रेन यूरोप का द्वार बनना चाहता है। वांग यी ने आशा जताई की कि यह द्वार यूरोप की शांति के लिए खुलेगा, साथ ही यूक्रेन के विकास और चीन-यूरोप सहयोग के लिए भी खुलेगा।