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जर्मनी और फ्रांस ने रूसी राजनयिकों को निकालने का फैसला किया

cri2022-04-05 17:08:29

जर्मनी और फ्रांस दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों ने 4 अप्रैल को रूसी राजनयिकों को निकालने का फैसला किया। रूसी विदेश मंत्रालय ने उसी दिन कहा कि रूस इसका जवाब देगा।

जर्मनी के विदेश मंत्री बेले बर्क ने 4 अप्रैल को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि उसी दिन जर्मनी ने रूसी दूतावास के 40 राजनयिकों को व्यक्तित्वहीन घोषित कर दिया है और उन्हें 5 दिनों के भीतर जर्मनी छोड़ने को कहा गया है। साथ ही, जर्मनी में रूसी राजदूत को सूचित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जर्मनी रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को और मजबूत करेगा और यूक्रेन के सशस्त्र बलों के लिए समर्थन बढ़ाएगा।

जर्मनी में रूसी दूतावास ने 4 अप्रैल को वक्तव्य जारी कर इस पर पुष्टि की और कहा कि बिना किसी स्पष्ट कारण के रूसी राजनयिकों को हटाया जा रहा है, यह व्यवहार रूस और जर्मनी के बीच संबंधों को और खराब कर रहा है।

फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने 4 अप्रैल को भी वक्तव्य जारी कर कहा कि उन्होंने 35 रूसी राजनयिकों को जाने के लिए कहा है, क्योंकि इन राजनयिकों की गतिविधियां फ्रांसीसी सुरक्षा हितों का उल्लंघन करती हैं।

रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने उसी दिन कहा कि रूस जर्मनी और फ्रांस के फैसलों का जवाब देगा। रूसी संघ सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष मेदवेदेव ने सोशल मीडिया पर कहा कि रूस यूरोपीय देशों द्वारा रूसी राजनयिकों के निष्कासन का समान रूप से जवाब देगा।

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