शी चिनफिंग ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ फोन पर बातचीत की
9 जून की रात को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ फोन पर बातचीत की।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही महत्वपूर्ण विकासशील देश हैं और दोनों देशों के बीच भाइयों की तरह विशेष और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। चीन-दक्षिण अफ्रीका संबंध विकासशील देशों के साझा हितों की रक्षा और चीन-अफ्रीका एकजुटता व सहयोग बढ़ाने के लिए बहुत रणनीतिक महत्व रखते हैं। इस वर्ष ब्रिक्स का "दक्षिण अफ्रीका का वर्ष" है, और दोनों देशों के बीच संबंध विकास के महत्वपूर्ण अवसरों का सामना कर रहे हैं।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि चीन दक्षिण अफ्रीका के साथ मिलकर द्विपक्षीय संबंधों के स्तर को उन्नत करना, उच्च स्तरीय चीन-दक्षिण अफ्रीका साझे भाग्य समुदाय की स्थापना करना, सच्चा बहुपक्षवाद का पालन करना, व्यापक विकासशील देशों के सामान्य हितों की रक्षा करना, और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को एक और अधिक न्यायपूर्ण व उचित दिशा में बढ़ावा देना चाहता है। चीन दक्षिण अफ्रीका को इस वर्ष विभिन्न ब्रिक्स सहयोग गतिविधियों की सफलतापूर्वक मेजबानी करने में समर्थन देता है।
वहीं, रामाफोसा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका चीन के साथ मजबूत व उच्च स्तरीय रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देता है और इस पर उसे गहरा गर्व है। दक्षिण अफ्रीका-चीन सहयोग से अफ्रीका को लाभ होता है। द्विपक्षीय संबंधों के निरंतर विकास को बढ़ावा देने के लिए दक्षिण अफ्रीका चीन के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स सहयोग को मजबूत करने के लिए चीन और अन्य ब्रिक्स सदस्यों के साथ संचार और समन्वय को गहरा करेगा।
फोन बातचीत में दोनों नेताओं ने यूक्रेन संकट पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। रामाफोसा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका यूक्रेनी संकट के राजनीतिक समाधान पर चीन के रुख दस्तावेज़ का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि संबंधित पक्ष जल्द से जल्द वार्ता फिर से शुरू कर सकेंगे। दक्षिण अफ्रीका सहित छह अफ्रीकी देशों के नेताओं से संगठित एक शांति प्रतिनिधिमंडल जल्द से जल्द संघर्ष को समाप्त करने के लिए रूस और यूक्रेन का दौरा करेगा।
उधर, शी चिनफिंग ने कहा कि यूक्रेन संकट पर चीन का रुख सुसंगत है, यानी शांति और वार्ता को बढ़ावा दें। उम्मीद है कि सभी पक्ष वार्ता के माध्यम से संकट के समाधान के लिए अनुकूल परिस्थितियों का संचय करेंगे। यह अच्छी बात है कि राष्ट्रपति महोदय ने संबंधित अफ्रीकी देशों के नेताओं के साथ रूस और यूक्रेन का दौरा करने के लिए एक शांति प्रतिनिधिमंडल का गठन किया। यह आशा की जाती है कि दुनिया भर के शांतिप्रिय व न्यायप्रिय देश शांति और वार्ता को बढ़ावा देने के लिए तर्कसंगत आवाज उठा सकेंगे।