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श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने वांग यी से मुलाकात की

criPublished: 2022-01-10 11:19:32
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श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने 9 जनवरी को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।

महिंदा ने एक बार फिर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ की बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्रीलंका-चीन दोस्ती का लंबा इतिहास है। इस साल दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 65वीं वर्षगांठ और चावल रबड़ समझौते पर हस्ताक्षर की 70वीं वर्षगांठ भी है, जो द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। चीन श्रीलंका का एक महान मित्र है, और श्रीलंका मजबूत श्रीलंका-चीन संबंधों के विकास को बहुत महत्व देता है। श्रीलंका इस बात की सराहना करता है कि चीन कभी भी श्रीलंका के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता। श्रीलंका लंबे समय तक श्रीलंका के आर्थिक और सामाजिक विकास में मजबूत समर्थन देने, बड़ी संख्या में कोविड-19 रोधी टीके और महामारी रोधी सामग्री उपलब्ध कराने के लिए चीन का आभारी है। श्रीलंका चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने, व्यावहारिक सहयोग को घनिष्ठ करने और संयुक्त रूप से चुनौतियों का सामना करने की अपेक्षा करता है।

वांग यी ने सबसे पहले चीनी नेताओं की ओर से महिंदा को बधाई दी और कहा कि आप चीनी लोगों के पुराने दोस्त हैं। राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, आपने छह बार चीन की यात्रा की। महामारी के प्रकोप के बाद, आपने कैबिनेट सदस्यों का नेतृत्व करते हुए चीनी लोगों के लिए प्रार्थना की। इस विशेष मित्रता को हम अपने दिल में रखेंगे और यह मैत्रीपूर्ण कहानी चीन-श्रीलंका आदान-प्रदान के इतिहास में दर्ज की जाएगी। पिछले साल, श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ का स्मारक सिक्का जारी किया और 12 श्रीलंकाई राजनीतिक पार्टियों ने संयुक्त रूप से समारोह आयोजित किया, जिसने पूरी तरह से दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक आपसी विश्वास प्रदर्शित किया। इसने साबित किया कि चीन और श्रीलंका के बीच चौतरफा दोस्ती श्रीलंका में सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियों की आम सहमति बन गई है।

वांग यी ने कहा कि वर्तमान में चीन-श्रीलंका संबंध एक नए शुरुआती बिंदु पर खड़े हैं और विकास के नए अवसरों का सामना कर रहे हैं। चीन श्रीलंका के साथ दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान के इतिहास से ज्ञान प्राप्त करने, चावल रबड़ समझौते की भावना से ताकत हासिल करने, एकता और सहयोग की भावना का विकास करने, व्यापक रूप से आपसी लाभ वाले सहयोग का विस्तार करने को तैयार है, ताकि दोनों देशों के बीच ईमानदार आपसी सहायता और पीढ़ी दर पीढ़ी की दोस्ती वाले रणनीतिक साझेदारी संबंध नए स्तर पर पहुंचाये जा सके। चीन श्रीलंका के साथ चीन-श्रीलंका राजनयिक संबंधों की स्थापना की 65वीं वर्षगांठ और चावल रबड़ समझौते पर हस्ताक्षर की 70वीं वर्षगांठ मनाने और दोनों देशों की सरकारों, थिंक टैंकों, युवाओं, मीडिया, पर्यटन, धर्म समेत क्षेत्रों में आदान-प्रदान बढ़ाने और दोनों देशों की दोस्ती को गहरा करने को तैयार है।

वांग यी ने कहा कि चीन हमेशा टीकों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग में श्रीलंका को प्राथमिकता देता है और श्रीलंका की मांगों के अनुसार पूरी तरह से समर्थन देता रहेगा। विश्वास है कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था वर्तमान स्थिति से जल्द से जल्द बाहर निकलने और नए व बड़े विकास को प्राप्त करने में सक्षम होगी।

मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने संयुक्त रूप से द्विपक्षीय सहयोग दस्तावेजों के हस्ताक्षर समारोह में भाग लिया।

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