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भारत इस साल के अंत तक कई देशों को कोयले का निर्यात शुरू करने की योजना बना रहा है

criPublished: 2022-02-05 18:31:25
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भारतीय कोयला कंपनी(कोल इंडिया) के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल के मुताबिक, भारत की योजना है कि वह इस साल के अंत तक कुछ पड़ोसी देशों को कोयले का निर्यात शुरू करेगा।

कोल इंडिया एक राष्ट्रीय स्वामित्व वाला उद्यम है, जो भारत के कुल कोयला उत्पादन का लगभग 8 प्रतिशत उत्पादन करता है। पहले, कंपनी ने मूल रूप से भारतीय घरेलू बाजार में कोयले की आपूर्ति की थी, और पड़ोसी देशों को बहुत कम मात्रा में कोयले के सामयिक निर्यात को छोड़कर कभी भी बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक निर्यात नहीं किया था।

रॉयटर्स ने 4 फरवरी को कोल इंडिया द्वारा कोयला मंत्रालय को प्रस्तुत एक मसौदा विकास योजना का हवाला देते हुए कहा कि इस कंपनी ने बांग्लादेश, नेपाल और भूटान को कोयले का निर्यात करने की योजना बनाई है।

अग्रवाल ने रॉयटर्स संवाददाता को इस खबर की पुष्टि की और कहा कि भारत की वर्तमान ऊर्जा की कमी को देखते हुए पड़ोसी देशों को पहली खेप वाले कोयला का निर्यात 2022 के अंत तक होगा।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मसौदा योजना अक्तूबर 2020 में एक आंतरिक बोर्ड बैठक में प्रस्तुत की गई थी। मसौदे के अनुसार, कोल इंडिया के वार्षिक उत्पादन का 3 प्रतिशत निर्यात के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसका मकसद एक तरफ कंपनी के आय स्रोतों में विविधता लाने के लिए है, और दूसरी तरफ देश की कूटनीति की सेवा के लिए है।

कोल इंडिया का लक्ष्य साल 2024 तक उत्पादन को बढ़ाकर 1 अरब टन करना है। मसौदे के मुताबिक, कंपनी की योजना साल 2024 से साल 2025 तक सालाना 1.5 करोड़ से 2 करोड़ टन कोयला निर्यात करने की है।

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