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पिछले 5 वर्षों में भारत का एफ़डीआई बढ़ा

criPublished: 2022-02-10 15:03:42
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भारत सरकार ने 9 फरवरी को कहा कि पिछले पांच वर्षों में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ़डीआई) में लगातार वृद्धि हुई है।

भारत के वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने भारतीय संसद के निचले सदन में कहा कि एफ़डीआई ने साल 201में 45.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 2020-21 में 81.97 बिलियन अमेरिकी डॉलर की निरंतर वृद्धि दिखाई है।

सोम प्रकाश के मुताबिक, पिछले पांच वित्तीय वर्षों के दौरान भारत में 339.55 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एफडीआई अंतर्वाह दर्ज किया गया है।

एफडीआई बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने एक निवेशक-अनुकूल नीति बनाई है, जिससे अधिकांश क्षेत्रों को स्वचालित मार्ग के तहत 100 प्रतिशत एफडीआई के लिए खुला रहने में सक्षम बनाया गया है।

प्रकाश ने कहा कि एफ़डीआई प्रवाह घरेलू निवेश को बढ़ाने, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और सभी क्षेत्रों व सहायक उद्योगों में रोजगार सृजन करने में मदद करता है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के निवेश अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं और नवीनतम तकनीकों को लाते हैं, जो कौशल विकास, निर्यात प्रोत्साहन और अर्थव्यवस्था की समग्र प्रतिस्पर्धा में सुधार की सुविधा प्रदान करते हैं, जिससे देश में समग्र आर्थिक वृद्धि और विकास होता है।

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