हिन्दी

चीनः चीन के पड़ोसी देश स्पष्ट तौर पर अमेरिका की मंशा से अवगत हैं

criPublished: 2022-04-08 19:21:19
Share
Share this with Close
Messenger Pinterest LinkedIn

हाल ही में, अमेरिकी साइबर सुरक्षा परामर्श कंपनी “रिकॉर्डेड फ्यूचर” ने एक रिपोर्ट जारी कर चीन पर संदेह जताया कि चीन ने लद्दाक के नजदीक भारतीय विद्युत विभाग पर साइबर हमला किया और जासूसी गतिविधि की। इसकी चर्चा में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिच्येन ने 8 अप्रैल को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि चीन को विश्वास है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, खास तौर पर चीन के पड़ोसी देश स्पष्ट तौर पर अमेरिका की मंशा से अवगत हैं।

चीनी प्रवक्ता चाओ ने कहा कि घटनास्थल पर वीडियो साक्षात्कार में भारतीय पदाधिकारी ने जोर दिया की भारत खुद की साइबर सुरक्षा मजबूत करने के लिए कदम उठाएगा, लेकिन उन्होंने इसका संबंध चीन से नहीं किया। उन्होंने कहा कि साइबर हमला किसी भी देश से हो सकता है। चीन हमेशा यह मानता है कि साइबर सुरक्षा विभिन्न देशों के सामने मौजूद समान चुनौती है, इसलिए संवाद और सहयोग से इसका निपटारा किया जाना चाहिए। चीन ने ध्यान दिया कि अमेरिकी सरकार और कई साइबर सुरक्षा कंपनियों ने इस संदर्भ में चीन को बदनाम करने की कोशिश की, जिसका विरोध चीन करता है।

उधर, संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूसी मानवाधिकार परिषद की सदस्यता को अस्थायी रूप से बंद करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसकी चर्चा में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ ने फिर एक बार चीन के रुख पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर दिया कि चीन मानवाधिकार सवाल के राजनीतिकरण बनाने का विरोध करता है और मानवाधिकार सवाल के बहाने दूसरे देशों पर दबाव डालने का विरोध करता है।

चाओ ने आगे कहा कि मानवाधिकार परिषद की कानूनी सदस्यता छीनना एक बहुत अहम बात है, इसलिए हमें बहुत सावधानी से इसका निपटारा करना चाहिए। चीन विभिन्न पक्षों से उभय प्रयास कर शांति के लिए मौका तैयार कर वार्ता करने की अपील करता है।

Share this story on

Messenger Pinterest LinkedIn