अगर अमेरिका यूक्रेन के लोगों की सच्ची परवाह करता है, तो वह शांति बहाल करे न कि हथियार बांटे
अमेरिका को देख लें, उसने रूस के खिलाफ व्यापक प्रतिबंध लगाने के लिए पश्चिमी देशों को लगातार इकट्ठा किया है और संकट को बढ़ाते हुए यूक्रेन को बड़ी मात्रा में सैन्य सहायता प्रदान की है। 16 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक ज्ञापन के अनुसार अमेरिकी रक्षा मंत्रालय यूक्रेन को 80 करोड़ अमेरिकी डॉलर की हथियार सहायता प्रदान करेगा, जिसमें बड़ी मात्रा में आक्रामक हथियार शामिल हैं।
एक ओर, शांति कायम करना और मानवीय सहायता प्रदान करना है और दूसरी ओर, लगातार सैन्य सहायता प्रदान करना और एकतरफा प्रतिबंधों को बढ़ाना है। अमेरिका और चीन के बीच कौन टकराव को भड़का रहा है और कौन शांति बनाए रख रहा है, इस पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को खुद निर्णय लेना चाहिए।