महिलाओं और बच्चों को संघर्ष से बचाने के लिये यूक्रेन मुठभेड़ को शीघ्र ही खत्म करने की ज़रूरत है- चीनी प्रतिनिधि
महिलाओं और बच्चों को हिंसक और टकराव से बचाने के लिये यूक्रेन मुठभेड़ को शीघ्र ही खत्म करने की ज़रूरत है। संयुक्त राष्ट्र स्थित चीनी उप स्थायी प्रतिनिधि ताई पिंग ने 11 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन में महिलाओं और बच्चों के मुद्दों पर बुलाई गई विशेष बैठक में विचार-विमर्श करते हुए यह बात कही।
ताई पिंग ने कहा कि महिलाओं और बच्चों को हिंसक कार्रवाईयों की चपेट में सदमा और चोट लगने की संभावना सबसे ज्यादा होती हैं। इसलिये टकराव में इनकी रक्षा किये जाने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। चीन यूक्रेन मठभेड़ में संबंधित पक्षों से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का पालन कर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को रक्षा करने की अपील करता है। साथ ही स्कूलों और अस्पतालों जैसी सुविधाओं की नागरिक गुण और सुरक्षा की गारंटी दी जानी चाहिये। इसके अलावा निकासी, बचाव, चिकित्सा सहायता आदि क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन मुठभेड़ के बाद बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शरण लेने के लिये आसपास के पड़ोसी देशों में गए। चीन संबंधित पड़ोसी देशों और अन्य देशों की अपनी सीमा खोलकर इन लोगों के लिये शरण और मानवीय सहायता देने की प्रशंसा करता है। अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी कानून के अनुसार सभी शरणार्थियों को आवश्यक और समान सुरक्षा दी जानी चाहिये।
ताई पिंग ने यह भी कहा कि यूक्रेन में मानवीय संकट को मूल रूप से समाधान करने का तरीका यह है कि मुठभेड़ को शीघ्र ही खत्म किया जाए, ताकि महिलाओं और बच्चों को हिंसक और टकराव से बचाया जा सके। केवल वार्ता और बातचीत से ही शांति प्राप्त की जा सकती है। चीन संबंधित पक्षों द्वारा वार्ता जारी रखकर युद्धविराम की प्राप्ति के लिए किए गए प्रयासों का समर्थन करता है, ताकि महिलाओं और बच्चों को जल्द से जल्द शांतिपूर्ण जीवन मिल सके।