चीनी अंतरिक्ष कार्य में प्राप्त उपलब्धियों पर सेवानिवृत्त अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री ने की प्रशंसा
चीनी मानवयुक्त अंतरिक्षयान शनचो-13 का मिशन पूरा कर 3 अंतरिक्ष यात्री 16 अप्रैल को सही सलामत पृथ्वी पर वापस आ गये। सेवानिवृत्त अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री डॉन थॉमस ने हाल ही में चीनी समाचार एजेंसी शिनहुआ को दिए एक साक्षात्कार में चीनी अंतरिक्ष कार्य पर प्राप्त शानदार उपलब्धियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने दुनिया भर के देशों के बीच अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने की उम्मीद जतायी, ताकि पृथ्वी पर एक ही घर साझा करने वाले मनुष्यों को लाभ मिल सके।
"मैं वास्तव में उनसे ईर्ष्या करता हूँ!" थॉमस ने मिशन पूरा करने वाले 3 चीनी अंतरिक्ष यात्रियों की चर्चा करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि वे अंतरिक्ष में कुल मिलाकर 44 दिन ठहरे। शनचो-13 के तीन अंतरिक्ष यात्री अपने मिशन के दौरान अंतरिक्ष में लगातार आधे साल तक कार्यरत रहे। उन्होंने जो काम पूरा किया है वह अविश्वसनीय है।
थॉमस ने कहा कि चीनी अंतरिक्ष यात्रियों की शारीरिक स्थिति अच्छी है। देखने में वे स्वस्थ हैं, और खुश भी हैं। वे पृथ्वी पर वापस लौट कर बहुत उत्साही हैं। "मैं उनके चीनी लोगों और पृथ्वी पर सभी लोगों के साथ इस उड़ान अनुभव को साझा करने के लिए उत्सुक हूं। हम उनके अनुभवों के बारे में सुनने के लिए इंतजार नहीं कर सकते," थॉमस ने यह बात कही।
66 वर्षीय थॉमस 1990 में नासा द्वारा चुने गए अंतरिक्ष यात्री हैं। साल 1994 से 1997 तक, उन्होंने अमेरिकी अंतरिक्ष यान कोलंबिया और डिस्कवरी में 4 अंतरिक्ष मिशन से जुड़े, और पृथ्वी की 692 बार परिक्रमा की।
थॉमस ने कहा कि वे चीन के एयरोस्पेस कार्य के विकास पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। अंतरिक्ष अन्वेषण में देर से आने वाले देश के रूप में चीन ने कम समय में अविश्वसनीय प्रगति की है। उनके विचार में चीन के एयरोस्पेस कार्य को विकसित होते देखना एक खुशीजनक बात है।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की चर्चा करते हुए थॉमस ने कहा कि देशों के बीच राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, सभी देशों के अंतरिक्ष यात्रियों की समान पहचान पृथ्वी का दूत है, और उन्हें अंतरिक्ष अन्वेषण गतिविधियों में भाग लेने के लिए सभी मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए। थॉमस ने कहा कि विभिन्न देशों को सहयोग करना चाहिए, ताकि चंद्रमा पर संयुक्त वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र स्थापित करने और मनुष्यों को मंगल ग्रह पर भेजने जैसे लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। "पृथ्वी से लोग एक साथ दूसरे ग्रहों पर जाते हैं, यह मेरा सपना है," उन्होंने यह बात कही।