असांजे की किस्मत से “अमेरिकी स्वतंत्रता” को देखें
हाल ही में ब्रिटेन में लंदन स्थानीय अदालत ने आधिकारिक तौर पर "विकीलीक्स" वेबसाइट के संस्थापक जूलियन पॉल असांजे के अमेरिका में प्रत्यर्पण को मंजूरी दी, जिससे कई पक्षों ने इस पर संदेह जताये और विरोध किया। उस दिन असांजे के समर्थकों ने अदालत के सामने रैली आयोजित कर निंदा करते हुए कहा कि यह फैसला “बेहद बेतुका” है। असांजे के वकील ने कहा कि उसे अमेरिका में संभवतः 175 साल की कैद होगी। "विकीलीक्स" के जनरल संपादक क्रिस्टिन ह्राफंसन ने कहा कि ब्रिटेन और अमेरिका का कदम “असांजे को मौत की सजा के बराबर” है।
दस साल से अधिक समय के बाद, अमेरिकी सरकार ने असांजे का पीछा क्यों किया? इसका कारण यह है कि उन्होंने अमेरिका में कई घोटालों का पर्दाफाश किया, जिससे अमेरिका का पर्दाफाश हो गया। असांजे की किस्मत ने लोगों को यह स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका में "स्वतंत्रता" जैसी कोई चीज नहीं है। यह सिर्फ अमेरिकी राजनीतिज्ञों द्वारा दूसरे देशों पर हमला करने वाली आड़ और उपकरण है।
2010 में, असांजे ने "विकीलीक्स" वेबसाइट की स्थापना की, जिसने अफगानिस्तान युद्ध और इराक युद्ध में अमेरिकी सरकार के बड़ी संख्या में गुप्त दस्तावेज जारी किए, जिनमें नागरिकों पर बमबारी करना और यातना देना शामिल था। इसके बाद असांजे ने फिर अमेरिकी सरकार में कई घोटालों का खुलासा किया, और उस पर 18 अपराधों का आरोप लगाया गया।
अमेरिका और नाटो सहयोगियों के युद्ध अपराधों को उजागर कर असांजे अमेरिकी सरकार का दुश्मन बन गया है। ऐसा लगता है कि अमेरिका में केवल "न्यूयॉर्क टाइम्स", "वाशिंगटन पोस्ट", "वॉल स्ट्रीट जर्नल" आदि मीडिया, जो सरकार के साथ सहयोग करते हैं, उन्हें बोलने का अधिकार है। असांजे जैसे लोगों के पास बोलने की स्वतंत्रता नहीं है।
असांजे की किस्मत ने दुनिया को स्पष्ट रूप से अमेरिका के "मानवाधिकारों" और "लोकतंत्र" देखने दिया। ब्रिटेन में रहने वाले एक ऑस्ट्रेलियाई के रूप में असांजे ने अमेरिकी युद्ध अपराधों और दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के सबूतों को उजागर किया, जिसने अमेरिकी सरकार को नाराज कर दिया है। इस तरह अमेरिका ने बार-बार असांजे के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है, यह वास्तव में अमेरिका के "लंबे हाथ क्षेत्राधिकार" के माध्यम से अपना प्रतिशोध है।