कई देशों में बड़ी मात्रा में भोजन ईंधन में बदला! वैश्विक खाद्य कीमतें किसने बढ़ाईं?
हाल ही में, वैश्विक खाद्य कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक खाद्य मूल्य सूचकांक मार्च में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया। मार्च 2020 से मार्च 2022 तक, वैश्विक अनाज मूल्य सूचकांक 65 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 170.1 हो गया, जो सूचकांक के संकलित होने के बाद का उच्चतम स्तर है।
हाल के वर्षों में, दुनिया का अनाज उत्पादन साल दर साल बढ़ा है। अनुमान है कि वर्ष 2021 और 2022 में वैश्विक अनाज उत्पादन लगभग 2.8 अरब टन होगा, और वैश्विक प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल अनाज लगभग 355 किलोग्राम है। वास्तव में, अन्न की कोई कमी नहीं, पर अनाज कहां गया?
12 अप्रैल को, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बढ़ती गैसोलीन की कीमतों को रोकने के लिए जैव ईंधन की बिक्री का विस्तार करने के लिए आपात उपायों की घोषणा की। जैव ईंधन तेल में मुख्य रूप से बायोएथेनॉल और बायोडीजल शामिल हैं। वर्तमान में, यह मुख्य रूप से भोजन से उत्पन्न होता है। वैश्विक तेल की कीमतों में हालिया उछाल ने एक विकल्प के रूप में जैव ईंधन की मांग में वृद्धि की है।
अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा इथेनॉल उत्पादक है। वर्ष 2021 में,अमेरिका में इथेनॉल उत्पादन में साल-दर-साल 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और कुल लगभग 13.5 करोड़ टन अनाज की खपत होगी। अमेरिका में एक अन्य जैव ईंधन, बायोडीजल, वर्ष 2021 में 1.1 करोड़ टन से अधिक के उत्पादन के साथ, बहुत अधिक भोजन की खपत करता है।
अंतर्राष्ट्रीय अनाज परिषद के डेटा से पता चलता है कि वर्ष 2021 से 2022 तक जैव ईंधन उत्पादन के लिए अमेरिका में लगभग 17 करोड़ टन अनाज की खपत हुई।
अमेरिका के साथ-साथ ब्राजील और यूरोपीय संघ भी बड़े खाद्य उपभोक्ता हैं। अपुष्ट आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 में तीनों क्षेत्रों में जैव ईंधन के उत्पादन के लिए करीब 30 करोड़ टन अनाज की खपत की गयी।