चीन—लाओस रेलवे के संचालन से विकास के कई मौके उभरेंगे
3 दिसंबर को चीन—लाओस रेलवे का संचालन शुरू हो गया ।यह बेल्ट एंड रोड पहल द्वारा लाओस की जनता को दिया गया मूल्यवान उपहार है ।इस रेलवे से अब लाओस की राजधानी वियनतियाने से चीन-लाओस सीमा तक पहुंचने में सिर्फ तीन घंटे लगेंगे, जबकि पहले इतनी दूरी तय करने के लिए दिन लगते थे।
इस रेलवे से स्थानीय जन-जीवन की उन्नति और आर्थिक विकास को बहुत बढ़ावा मिलेगा ।जैसा कि लाओस के राष्ट्रपति थोंगलोन सिसोलिथ ने पहले कहा था कि चीन—लाओस रेलवे से लाओस अपना विशिष्ट भौगोलिक लाभ उठा सकेगा और देश की प्रगति के लिए अच्छी स्थिति तैयार करेगा ।
लोगों को आने-जाने की सुविधा प्रदान करने के अलावा यह रेलवे स्थानीय पर्यटन ,कृषि ,जल संसाधन के विकास और शहरीकरण को भी प्रेरित करेगा ।इसके अलावा यह रेलवे दक्षिण में स्थित थाइलैंड व मलेशिया जैसे देशों को जोड़ने और चीन-आसियान मुक्त व्यापार क्षेत्र आर्थिक सहयोग बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगा ।उदाहरण के लिए इस रेलवे से वियनतियाने से चीन के खुनमिंग शहर तक लॉजिक्सटिक्स का खर्च 40-50 प्रतिशत घट जाएगा ।
चीन—लाओस रेलवे की लंबाई 1,035 किलोमीटर है। इसके निर्माण में पांच साल लगे हैं।लाओस के 5 हजार से अधिक लोगों ने इसके निर्माण में भाग लिया ।बड़ी संख्या में युवा इस रेलवे के निर्माण से पहाड़ से बाहर निकले और उन्होंने अपने ज्ञान का विस्तार किया और अच्छी तकनीक भी सीखी ।बाद में अधिक से अधिक लोग इस रेलवे से बाहर जाएंगे ।
चीन-लाओस रेलवे बेल्ट एंड रोड पहल और संबंधित देशों की विकास रणनीति को समेकित रूप से जोड़ने और पारस्परिक लाभ व साझी जीत की आदर्श मिसाल है ।