खूनी बंदूक ने तोड़ा "अमेरिकी लोकतंत्र"
अमेरिका खुद को "लोकतंत्र का प्रकाशस्तंभ" और मानवाधिकार का रक्षक मानता है, बंदूक हिंसा के तहत इतने सारे जीवन व्यर्थ क्यों अमेरिकी सरकार को उपाय करने के लिए जगाने में विफल रहते हैं? अमेरिका में बंदूक नियंत्रण इतना कठिन क्यों है?
एक तरफ, अमेरिकी राजनीतिक व्यवस्था और कानूनी व्यवस्था में मौजूद कमियां सबसे प्रत्यक्ष तौर पर बंदूक नियंत्रण विधेयक के पारित होने में बाधा डालती हैं। इसके अलावा, बंदूक नियंत्रण के मुद्दों पर संघीय सरकार और राज्य सरकारों का रुख अलग-अलग हैं और यहां तक कि एक-दूसरे को बाध्य भी करते हैं। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टियों के बीच संघर्ष से स्थिति और भी खराब है।
बंदूक नियंत्रण के मुद्दे पर पैसे की राजनीति भी है। अमेरिकी राष्ट्रीय बंदूक संघ (एनआरए) सबसे बड़ा गन मालिक संगठन है और देश में शक्तिशाली हित समूह भी है, जिसमें कम से कम 50 लाख सदस्य और बड़ी मात्रा में धन है, जिसका राष्ट्रपति चुनाव, कांग्रेस के चुनाव और यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
इसलिए, भले ही अमेरिकी लोगों की बंदूक नियंत्रण की मांग बढ़ रही हो, उनकी आवाज़ों को हमेशा नजरअंदाज किया जाता है। यह एक चौंकाने वाले तथ्य की ओर ले जाता है: अमेरिका में बंदूक की नोक पर लोगों का जीवन लगातार खत्म होता जा रहा है, और राजनयिक न केवल उदासीन हैं, बल्कि आग में घी डालने का काम करते हैं। केवल बंदूक नियंत्रण का मुद्दा ही अमेरिकी लोकतंत्र की कमियों को प्रकट करता है।