दुनिया के साथ तकनीकी व वैज्ञानिक संबंध मजबूत करेगा चीन
यह कहना होगा कि आज के इस युग में विज्ञान व तकनीक हर क्षेत्र में गहराई से अपनी जगह बना रही है। ऐसे में कोई भी देश खुद को इससे ज्यादा समय तक दूर नहीं रख सकता है। क्योंकि ये आम लोगों की रोजमर्रा की ज़िंदगी को बदलने में अहम भूमिका निभा रही है। विशेषज्ञ कहते हैं कि चीन ने जिस तरह से क्वांगतोंग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया पर ध्यान केंद्रित किया है, वह दुनिया के वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाने का काम करेगा। क्योंकि इस पूरे क्षेत्र को तकनीकी व नवाचार संबंधी केंद्र बनाने पर ज़ोर दिया जा रहा है। इससे न केवल चीन को लाभ होगा, बल्कि अन्य देशों पर भी इसका असर पड़ेगा।
ऐसे में दुनिया के वैज्ञानिकों को मिल-जुलकर तकनीकी प्रगति व विश्व शांति के लिए काम करने की आवश्यकता है।
अनिल पांडेय