क्या युद्ध व संघर्ष से होगा इस दुनिया का भला?
इससे स्पष्ट होता है कि युद्ध व संघर्ष से कोई नतीजा नहीं निकलता, सिवाय दुःख, दर्द, भुखमरी व बेघर होने के।
बता दें कि जापान ने 84 साल पहले चीन की धरती पर जो उत्पात मचाया, वह आज भी चीनियों के जहन में ताज़ा है। जापानी आक्रमणकारियों ने न केवल आम लोगों को मार डाला, बल्कि महिलाओं को बंधक बनाकर उनके साथ बलात्कार किया गया। इस तरह जापान ने अमानवीयता की सारी हदें पार कीं। जापान द्वारा किए गए आक्रमण व कृत्य की याद में 13 दिसंबर को राष्ट्रीय स्मृति दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
कहा जा सकता है कि हमें इस धरती पर युद्ध नहीं शांति चाहिए, जिसके लिए वैश्विक ताकतों को एकजुट होकर आवाज उठानी पड़ेगी।
अनिल पांडेय