प्रेस स्वतंत्रता के बहाने हांगकांग को बर्बाद करने की साजिश न रचे अमेरिका
हाल में हांगकांग के पुलिसकर्मियों ने इंटरनेट मीडिया लीछांग शिनवन के खिलाफ कार्रवाई की। इसको लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने 29 दिसम्बर को तथाकथित बयान जारी कर चीन को बदनाम किया कि चीन ने हांगकांग में प्रेस स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचाया है। ब्रिटेन, कानाडा और ऑस्ट्रेलिया आदि पश्चिमी देशों ने भी अमेरिका का समर्थन किया और प्रेस स्वतंत्रता के बहाने से चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने की साजिश की। उनका हांगकांग की समृद्धि और स्थिरता को बर्बाद करने का मकसद स्पष्ट रहा है।
हांगकांग एक कानूनी प्रशासन वाला समाज है। हांगकांग के नागरिकों की अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। लेकिन साथ ही हांगकांग ने स्पष्ट नियम बनाया कि कोई भी व्यक्ति अगर उत्तेजक लेख जारी करता है, या संबंधित पत्रिका या पुस्तक का प्रकाशन करता है, तो यह अपराध माना जाएगा ।
लीछांग शिनवन अकसर हिंसक कार्रवाइयों को सुन्दर बनाने और पुलिसकर्मियों को नफरत करने की रिपोर्टें जारी कीं। हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के जारी होने के बाद इस संस्था ने कई उत्तेजक रिपोर्टें जारी कीं और चीन पर पाबंदी लगाने का ढिंढोरा बजाया। वह एक सामान्य मीडिया नहीं है, जबकि प्रेस स्वतंत्रता के बहाने से चीन विरोधी एजेंसी है, जिसकी देश विरोधी और सरकार विरोधी विशेषता है।
प्रेस स्वतंत्रता कोई भी अपराध को बाधा डालने वाला साधन नहीं है, साथ ही बाहरी शक्तियों द्वारा हांगकांग को नष्ट करने का राजनीतिक साधन भी नहीं है।
ब्लिंकेन का प्रतिनिधित्व करने वाले पश्चिमी राजनेता प्रेस स्वतंत्रता पर ख्याल नहीं करते हैं, जबकि वे हांगकांग की स्थिरता को नहीं देखना चाहते हैं। हालांकि वे ऊंची आवाज में प्रेस स्वतंत्रता का नारा चिल्लाते हैं, फिर भी उनके देश में प्रेस स्वतंत्रता का वातावरण निरंतर बिगड़ता रहा है। उन्हें हांगकांग की प्रेस स्वतंत्रता की आलोचना करने का कोई हक नहीं है।
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