दावोस में चीन की आवाज दुनिया के युगात्मक सवालों का जवाब देती है
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 17 जनवरी को पेइचिंग में 2022 विश्व आर्थिक मंच के वीडियो सम्मेलन में भाग लिया और भाषण दिया। उन्होंने ऐतिहासिक प्रवृत्ति से शुरू करते हुए वर्तमान में वैश्विक प्रमुख चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए चार सूत्री प्रस्तावों और तीन कार्रवाइयों को पेश किया, जो स्पष्ट रूप से दुनिया के सामने चीन के दृढ़ संकल्प और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों को प्रदर्शित करता है।
मौजूदा मंच पर राष्ट्रपति शी ने उस मूल्यवान प्रेरणा को साझा किया जो चीनी लोगों ने इतिहास से प्राप्त की है। उन्होंने ऐतिहासिक प्रगति के तर्क में आगे बढ़ने और युग के विकास की प्रवृत्ति में विकसित होने का आह्वान किया, जो कि एक बड़े देश के नेता की दीर्घकालिक दृष्टि और ऐतिहासिक जिम्मेदारी को दर्शाता है।
"महामारी को हराने के लिए मिलकर काम करें", "सभी प्रकार के जोखिमों को हल करें और विश्व अर्थव्यवस्था की स्थिर बहाली को बढ़ावा दें", "विकास की खाई को पार करें और वैश्विक विकास कार्य को पुनर्जीवित करें", "शीत युद्ध की मानसिकता का त्याग करें, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और पारस्परिक लाभ व उभय जीत प्राप्त करें"-- राष्ट्रपति शी द्वारा प्रस्तुत चार सूत्री प्रस्ताव न केवल ऐतिहासिक अनुभव के सारांश से आता है, बल्कि इसकी मजबूत व्यावहारिक प्रासंगिकता भी है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को वर्तमान में मौजूद मुश्किल स्थिति से बाहर निकलने की दिशा दिखाता है।
महामारी का सामना करने के लिए चीन के पास न केवल सक्रिय रूख है, बल्कि कार्रवाई भी है। चीन ने 120 से अधिक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को टीकों की 2 अरब से अधिक खुराकें दी है, और अफ्रीकी और आसियान देशों को एक बार फिर वैक्सीन सहायता के लिए करोड़ों खुराक देने की घोषणा की है।
दुनिया में टकराव और संघर्ष को भड़काने वाली कुछ ताकतों के खिलाफ़ शी चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया कि संरक्षणवाद और एकतरफावाद किसी की भी रक्षा नहीं कर सकते हैं। अंत में केवल दूसरों को और खुद को नुकसान ही पहुंचेगा। विभिन्न देशों और सभ्यताओं को आपसी सम्मान के आधार पर समान विकास करना चाहिए, मतभेदों को किनारे रखकर समानताओं की तलाश के दौरान सहयोग व उभय जीत हासिल करनी चाहिए।
इनके अलावा, उच्च गुणवत्ता वाले विकास को अडिग रूप से बढ़ावा देना, सुधार और खुलेपन को दृढ़ता के साथ आगे बढ़ाना, पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण को अटल रूप से बढ़ावा देना... राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा अपने भाषण में की गई यह घोषणा चीन को दुनिया के आर्थिक विकास का नेतृत्व करने और वैश्विक विकास के लिए "स्थिरता का लंगर" बनने में सक्षम बनाएगी।