सबसे हरित शीतकालीन ओलंपिक चीन द्वारा विश्व के साथ किया गया वायदा है
कुछ दिनों में पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक उद्घाटित होने वाला है। सफ़ेद बर्फ के साथ पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक हरा रंग इस बार के शीतकालीन ओलंपिक का चमकदार विषय भी बन जाएगा।
हरित पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की प्रमुख विचारधारा है। कार्बन शिखर और कार्बन तटस्थता के लक्ष्य को पेश करने के बाद चीन ने पहली बार बड़े अंतर्राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करेगा। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक कैसे हरित ओलंपिक के वचन का पालन कर सकेगा, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का बड़ा ध्यान खींचा है।
हमने देखा हरा तत्व शीतकालीन ओलंपिक की ऊर्जा से प्रतियोगिता स्थलों और यातायात तक प्रतिबिंबित है। उदाहरण के लिए, पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के कुल 26 प्रतियोगिता व्यायामशालाओं में 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा की विद्युत ऊर्जा का प्रयोग किया जाता है, जिसमें सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा शामिल हैं।
कम कार्बन व्यायामशाला हरित ओलंपिक का दूसरा पहचान पत्र है। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के सभी व्यायामशालाओं में नया कार्बन डाइऑक्साइड शीतलक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। संसाधन की किफायती को ध्यान में रखते हुए पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक ने 2008 पेइचिंग ओलंपिक द्वारा छोड़े धरोहर का प्रयोग भी किया और समुन्नत तकनीक से वॉटर क्यूब से आईस क्यूब में और बास्केटबॉल व्यायामशाला को आईस बॉल व्यायामशाला में बदला है। शीतकालीन ओलंपिक के बाद ये व्यायामशाला आम लोगों के लिए खुलेंगे, ताकि इनका सतत इस्तेमाल किया जा सके।
कृत्रिम बर्फ बनाने के लिए पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक ने विश्व में समुन्नत कुशल जल उपकरण और बुद्धिमान बर्फ प्रणाली का प्रयोग कर जल संसाधन की किफायत करने की कोशिश की और क्षेत्रीय पेय जल की सुरक्षा और पारिस्थितिकी पर्यावरण पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष बाख ने हाल में कहा कि पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की आयोजन कमेटी ने कार्बन की निकासी को कम करने और पर्यावरण का संरक्षण करने के कई कदम उठाए हैं। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक सब से हरित ओलंपिक बन सकेगा।