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शी और पुतिन की शीतकालीन ओलंपिक भेंट ने द्विपक्षीय संबंधों को प्रदान की नयी शक्ति

criPublished: 2022-02-05 18:54:01
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4 फरवरी की रात को 24वां शीतकालीन ओलंपिक खेल समारोह पेइचिंग में औपचारिक तौर पर शुरू हुआ। उद्घाटन समारोह में उपस्थित अंतरराष्ट्रीय नेताओं में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल रहे, जो पूर्व में निश्चित भेंट को साकार करने आए हैं।

4 फरवरी को दोपहर बाद चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पुतिन के साथ हुई भेंटवार्ता में कहा कि इस बार आप हमारे यहां "निश्चित शीतकालीन ओलंपिक भेंट" को साकार करने आए, विश्वास है कि "नए साल की मुलाकात" चीन-रूस संबंधों में ज्यादा जीवन शक्ति का संचार करेगी। दोनों नेताओं ने चीन-रूस संबंधों और वैश्विक विकास व स्थिरता से संबंधित श्रृंखलाबद्ध प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।

दोनों देशों ने "नए युग में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और वैश्विक सतत विकास पर चीन-रूस संयुक्त वक्तव्य" जारी किया, जिसे मौजूदा भेंटवार्ता में सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक फल माना जा रहा है। मॉस्को अंतरराष्ट्रीय संबंध कॉलेज के प्रोफेसर बालाबानोव के विचार में रूस और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध न केवल एक-दूसरे के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने में भी इनकी अहम भूमिका है।

साल 2014 में जब राष्ट्रपति शी चिनफिंग राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण पर सोची शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए रूस गए, तो उस समय दोनों पक्ष "2022 में पेइचिंग में फिर से मिलने" के लिए सहमत हुए। यह निश्चित भेंट आज हकीकत बन गई है। एक दूसरे के यहां "ओलंपिक पारस्परिक यात्रा" दो राष्ट्राध्यक्षों के बीच गहरी दोस्ती की साक्षी बनी, और साथ ही साथ इसने नए युग में चीन-रूस व्यापक रणनीतिक साझेदार संबंधों के अर्थ को भी स्पष्ट रूप से समझाया।

"चीन और रूस हमेशा बैक-टू-बैक रणनीतिक सहयोग को गहरा करने और कंधे से कंधा मिलाकर अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता व न्याय की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एक रणनीतिक निर्णय है, जिसका चीन, रूस और यहां तक कि दुनिया पर दूरगामी प्रभाव है। यह अतीत में अविचल रहा, वर्तमान में अविचल है और भविष्य में भी अविचल रहेगा।" राष्ट्रपति शी चिनफिंग की इस बात पर राष्ट्रपति पुतिन की सहमति प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि रूस चीन को सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार और समान विचारधारा वाला दोस्त मानता है। दोनों पक्षों ने अपने मूल हितों की रक्षा के लिए एक-दूसरे का दृढ़ समर्थन किया और दोहराया कि चीन और रूस हितों को नुकसान पहुंचाने तथा चीन-रूस संबंधों को विभाजित करने का कोई भी प्रयास जरूर विफल होगा।

चीन-रूस संबंधों के विशाल राजनीतिक श्रेष्ठता का लाभ उठाते हुए दोनों पक्षों के बीच चौतरफा व्यावहारिक सहयोग के परिणाम सामने आए हैं। हाल ही में चाइना मीडिया ग्रुप के महानिदेशक शन हाईश्योंग को दिए एक लिखित साक्षात्कार में पुतिन ने कहा कि रूस के व्यापारिक भागीदारों में चीन पहले स्थान पर है। कोरोना महामारी के प्रभाव के बावजूद प्रारंभिक आंकड़ों से पता चला है कि द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल 1.4 खरब डॉलर के उच्च स्तरीय ऐतिहासिक रिकॉर्ड तक पहुंच गया।

चीनी और रूसी राष्ट्रपतियों के बीच हुई मौजूदा भेंटवार्ता में व्यावहारिक सहयोग एक और मुख्य शब्द है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने अर्थव्यवस्था, व्यापार, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और वित्त जैसे कई सहयोग मुद्दों पर चर्चा की, और संयुक्त रूप से चीन-रूस खेल आदान-प्रदान वर्ष की औपचारिक शुरुआती की घोषणा की। दोनों देशों के संबंधित विभागों और उद्यमों ने व्यावहारिक सहयोग की नींव रखते हुए लगभग 20 सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए।

साल 2014 से 2022 तक, आठ सालों में चीनी और रूसी राष्ट्राध्यक्षों के बीच "निश्चित शीतकालीन ओलंपिक भेंट" और " नए साल की मुलाकात" ने नई ऐतिहासिक परिस्थितियों में चीन-रूस संबंधों के लिए एक खाका और दिशात्मक नेविगेशन की योजना बनाई। बैक टू बैक, कंधे से कंधा, चीन और रूस के बीच उच्च स्तरीय आपसी विश्वास और चौतरफा व्यावहारिक सहयोग न केवल दोनों देशों की जनता को लाभ पहुंचाता है, बल्कि जटिल और बदलती अंतरराष्ट्रीय स्थिति में स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। चीन-रूस संबंधों की एक्सप्रेस ट्रेन लगातार पटरी पर आगे बढ़ रही है।

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