हिन्दी

चीन के“दो सत्र”एक व्यापक और प्रभावी लोकतांत्रिक आयोजन हैं

criPublished: 2022-03-08 19:43:47
Share
Share this with Close
Messenger Pinterest LinkedIn

"इस साल ‘दो सत्रों’ में लिए गए निर्णय हमेशा की तरह चीनी लोगों के विचारों को दर्शाते हैं और आम नागरिकों के योगदान को दर्शाते हैं," ब्रिटिश लेखक और राजनीतिक टिप्पणीकार कार्लोस मार्टिनेज का मानना है कि चीन के “दो सत्र” कानून के शासन पर आधारित समाजवादी लोकतंत्र का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।

चीन के लोकतंत्र की गुणवत्ता का निरीक्षण करने के लिए वार्षिक “दो सत्र” बाहरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण खिड़की है। इस वर्ष “दो सत्रों” के दौरान चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) और चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति (सीपीपीसीसी) के करीब 5 हज़ार प्रतिनिधि और सदस्य देश के मामलों पर विचार विमर्श करने पेइचिंग आए। यह चीन की लोकतांत्रिक प्रथा का एक विशुद्ध चित्रण है, और चीन में पूरी प्रक्रिया में लोगों के लोकतंत्र को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थागत व्यवस्था भी है।

एनपीसी के सभी पांच प्रतिनिधि लोकतांत्रिक तरीके से चुने जाते हैं, जिनमें काउंटी और टाउनशिप स्तर के लोगों के प्रतिनिधि एक व्यक्ति एक मत के जरिए चुने जाते हैं, जो प्रतिनिधियों की कुल संख्या का 94.5 प्रतिशत हिस्सा होता है, और यह सबसे व्यापक प्रतिनिधित्व होता है। वहीं, सीपीपीसीसी के सदस्यों को परामर्श द्वारा अनुशंसित लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से चुना जाता है, इसमें सभी लोकतांत्रिक दलों और बिना पार्टी संबद्धता वाले लोगों, सभी प्रमुख जन संगठनों, 56 जातियों और 5 प्रमुख धर्मों के लोगों को शामिल किया गया है।

किसी देश का लोकतंत्र अच्छा हो या न हो, जनता के पास बोलने के सबसे ज्यादा अधिकार होता है। इस साल जनवरी में दुनिया की सबसे बड़ी जनसंपर्क परामर्श फर्म एडेलमैन द्वारा जारी वैश्विक ट्रस्ट बैरोमीटर रिपोर्ट से पता चला है कि 2021 में सरकार में चीनी लोगों का विश्वास 91 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो दुनिया में पहले स्थान पर है और पिछले 10 सालों में नई ऊंचाई पर पहुंच गया। यह चीनी लोकतंत्र की मजबूत जीवन शक्ति का सबसे सच्चा प्रतिबिंब है।

12全文 2 下一页

Share this story on

Messenger Pinterest LinkedIn