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प्रयोगशाला की जानकारी हटाने से क्या डरता है अमेरिका

criPublished: 2022-03-10 11:58:16
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रूसी रक्षा मंत्रालय ने हाल में कहा कि रूस ने सैन्य कार्रवाई में अमेरिका की सहायता में यूक्रेन में सैन्य जैविक योजना के बारे में जानकारी प्राप्त की। जबकि फरवरी के अंत में यूक्रेन स्थित अमेरिकी दूतावास ने आपात रूप से आधिकारिक वेबसाइट पर अमेरिकी जैव प्रयोगशाला संबंधी दस्तावेजों को हटाया। आखिरकार अमेरिका क्या डरता है? यूक्रेन समेत अनेक देशों में अमेरिका के कई सौ बायो-लैब में आखिरकार क्या छिपाये जाते हैं?

अमेरिका द्वारा खुद जारी आंकड़े बताते हैं कि यूक्रेन में अमेरिका के 26 जैव प्रयोगशाला हैं, जिन पर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का नियंत्रण अधिकार है। रिपोर्ट है कि इन बायो-लैब में बहुत ज्यादा खतरनाक वायरस हैं। अमेरिका ने इसलिए संबंधित दस्तावेजों को हटाया कि संबंधित डेटा के रूस के हाथ में नहीं जाना चाहता है।

रिपोर्ट है कि पिछले सालों में अमेरिका ने विश्व के 30 देशों में 336 जैव प्रयोगशालाओं पर नियंत्रित किया। ये बायो-लैब उस स्थान में उभरे अजीब संक्रमित रोगों से विशेष संबंध होता है। क्या ये संक्रमित रोग अमेरिका की जैव सैन्य गतिविधियों से पैदा हुए हैं? अमेरिका ने क्यों डेटा को हटाया? क्या वे डरते हैं कि दुनिया उन के अपराधों को जान जाएगी।

न सिर्फ विदेशों में अमेरिका अपने देश में भी जैव सैन्य गतिविधि का आयोजन करता है। फोर्ट डेट्रिक बायो-लैब के आसपास के क्षेत्र में नए कोरोनावायरस से बराबर इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट रोग उभरे। अभी तक अमेरिका ने दुनिया को इसके बारे में जानकारी नहीं दी।

ज्यादा से ज्यादा सबूतों से साबित हुआ कि अमेरिका की हरकत ने जैव हथियार पाबंदी संधि का उल्लंघन किया है। यूक्रेन और आसपास के लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका को संबंधित जानकारी देनी चाहिए और देश-विदेश की जैव सैन्य कार्रवाइयों की सफाई करनी चाहिए।

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