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डब्ल्यूएचओ की आवाज ने एक बार फिर यूक्रेन में अमेरिकी जैविक प्रयोगशाला के अंधेरे को उजागर कर दिया

criPublished: 2022-03-11 20:12:15
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विदेशी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में यूक्रेन को सुझाव दिया कि युद्ध के कारण होने वाले कीटाणुओं के प्रकोप और सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे में डालने से बचने के लिए देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं में संग्रहीत उच्च जोखिम वाले रोगजनकों को नष्ट कर दें। रूसी सेना ने हाल ही में खुलासा किया कि अमेरिका ने यूक्रेन में एक सैन्य जैविक कार्यक्रम को वित्त पोषित किया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने सवाल किया है कि आखिरकार अमेरिका क्या अकथनीय कार्य कर रहा है?

कई अध्ययनों और सबूतों से पता चलता है कि अमेरिका दुनिया भर में 300 से अधिक जैविक प्रयोगशालाओं को नियंत्रित करता है, जिनमें से प्रतिनिधित्व वाले तो यूक्रेन समेत कई पूर्व सोवियत गणराज्यों में की जाने वाली सैन्य जैविक परियोजनाएं हैं।

रूस द्वारा प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, यूक्रेन में दर्जनों जैविक प्रयोगशालाएं अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के आदेश के तहत संचालित होती हैं। अमेरिका ने इन प्रयोगशाला गतिविधियों में 20 करोड़ डॉलर से अधिक का निवेश किया है। पेंटागन के कई ठेकेदार संबंधित प्रयोगशालाओं के निर्माण में शामिल रहे हैं। साल 2021 से, अमेरिकी सेना ने यूक्रेनी सेना में एक संक्रामक रोग अध्ययन करने के लिए 1.18 करोड़ डॉलर का निवेश किया है, और विभिन्न संक्रामक रोग उपभेदों, उपभेदों के नमूने, और 4 हज़ार यूक्रेनी सैनिकों के जैविक नमूने एकत्र किए हैं, और उन्हें वाल्टर रीड आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च को भेज दिया है।

यूक्रेन में अमेरिका का जैविक अनुसंधान और विकास गतिविधियां निश्चित है। यह समझा सकता है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के फैलने के बाद यूक्रेन में अमेरिकी दूतावास ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर यू.एस. जैविक प्रयोगशाला पर प्रासंगिक दस्तावेजों को तत्काल हटा दिया।

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