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दुनिया में उथल-पुथल का योजनाकर्ता अमेरिका है!

criPublished: 2022-03-28 20:36:33
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"यह शख्स (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) अब सत्ता में नहीं रह सकता," 26 मार्च को स्थानीय समयानुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पोलैंड में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर दिए एक भाषण में यह बात कही। हालांकि व्हाइट हाउस ने बाद में अन्य देशों के आंतरिक मामलों में सीधे हस्तक्षेप के बयान को स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन इस तरह के कथन ने वाशिंगटन के उकसावे के वास्तविक उद्देश्य का खुलासा किया। यानी कि रूस को गिराना, रूसी सरकार को उखाड़ फेंकना, और दुनिया में अमेरिका के आधिपत्य में मदद करना।

अमेरिका ने राजनीतिक अर्थव्यवस्था, सांस्कृतिक शिक्षा, और जनमत मंच जैसे सभी संसाधनों का उपयोग कर "मानवाधिकार", "लोकतंत्र" , और "स्वतंत्रता" के बैनर तले दुनिया भर में उथल-पुथल पैदा की है। रूस-यूक्रेन संघर्ष जो एक महीने से ज्यादा समय चला, अमेरिका के कई उदाहरणों में नवीनतम है जो अन्य देशों में संघर्षों को तेज कर या सीधे युद्ध शुरू कर भू-राजनीतिक हितों की तलाश कर रहा है।

अमेरिकी आक्रमण और हस्तक्षेप के इतिहास को पीछे मुड़कर देखा जाए, तो यह पता लगाना मुश्किल नहीं है कि वाशिंगटन वैश्विक उथल-पुथल के पीछे का योजनाकर्ता है और विश्व अराजकता का स्रोत है।

असंपूर्ण आंकड़ों के अनुसार, सन् 1776 में स्वतंत्रता की घोषणा के बाद से लेकर अब तक 240 से अधिक वर्षों के इतिहास में, अमेरिका ने केवल 20 वर्षों से कम समय तक युद्ध में भाग नहीं लिया है। 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत से 2001 तक, दुनिया भर के 153 देशों और क्षेत्रों में 248 सशस्त्र संघर्ष हुए, जिनमें से 201 अमेरिका द्वारा शुरू किए गए, जो लगभग 81 प्रतिशत थे।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से लगभग हर अमेरिकी राष्ट्रपति का "स्वयं का युद्ध" हुआ है, जिसने आक्रमणकारी देश को तबाह कर दिया, लाखों नागरिकों को मार डाला और लाखों लोग बेघर हुए।

वियतनाम युद्ध, खाड़ी युद्ध, अफगानिस्तान युद्ध, इराक युद्ध, सीरिया युद्ध इत्यादि। ये सभी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका द्वारा शुरू किये गये विदेशी युद्ध हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि युद्ध छेड़ना वाशिंगटन में एक परंपरा बन गयी है। इन युद्धों ने न केवल दुनिया में उथल-पुथल मचाई, बल्कि अमेरिका में लोकलुभावनवाद का प्रसार भी किया, घरेलू राजनीतिक टकराव तेज हो गया है और अमेरिका में एक व्यापक संकट पैदा हुआ है।

दुनिया में उथल-पुथल का योजनाकर्ता अमेरिका है। यह कब रुकेगा? दुनिया के सभी शांतिप्रिय लोग सवाल कर रहे हैं!

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