गंभीर बीमार हुए“अमेरिकी लोकतंत्र”को दुनिया स्पष्ट रूप से देखती है
सितंबर में सीएनएन द्वारा जारी एक सर्वेक्षण के अनुसार, 56 प्रतिशत अमेरिकियों का मानना है कि अमेरिकी लोकतंत्र "हमले के अंतर्गत" है। इस साल प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 72 फीसदी अमेरिकी लोगों का मानना है कि अमेरिका अब अन्य देशों के अनुकरण के लिए "लोकतांत्रिक मॉडल" नहीं है।
खुद को "लोकतंत्र का प्रकाशस्तंभ" के रूप में मानने वाला अमेरिका कई संकटों का सामना कर रहा है। ऐसी परिस्थिति में अमेरिकी राजनयिक तथाकथित "लोकतंत्र शिखर सम्मेलन" को धूमधाम से आयोजित करने की कोशिश कर रहे हैं, उनका उद्देश्य घरेलू संघर्षों को हटाने और विदेशी प्रभाव को फिर से मजबूत करना है, जिनसे विपरीत परिणाम प्राप्त होंगे। क्योंकि दुनिया ने अमेरिकी लोकतंत्र की कमी तथा लोकतंत्र के नाम से विश्व में व्याप्त होने के तथ्यों को बहुत स्पष्ट रूप से देख चुकी है।