ब्रिक्स देशों की वैश्विक भूमिका कैसे हो रही है मजबूत
कहा जा सकता है कि ब्रिक्स पूरी दुनिया के लिए एक बहुत अहम प्लेटफार्म बन चुका है, विशेष तौर पर चीन व भारत के लिए। यह एक उभरता हुआ मंच है, अगला दशक ब्रिक्स और दुनिया के लिए बहुत मायने रखता है। ऐसे में ब्रिक्स देशों की व्यापक भूमिका रहेगी।
ब्रिक्स देशों ने विकासशील देशों की ताकत को सशक्त बनाते हुए अपना विकास बैंक स्थापित किया है, जो जरूरत के वक्त बेहद काम आ रहा है। ध्यान रहे कि गत 15 वर्षों में ब्रिक्स राष्ट्रों ने न केवल आपसी सामंजस्य बिठाने पर ध्यान दिया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी कई चीज़ों में सुधार करने की कोशिश की है।
जैसा कि हम जानते हैं कि ब्रिक्स देशों की 13वीं शिखर बैठक की मेजबानी भारत ने की। उसमें कोरोना महामारी और अफगानिस्तान व क्षेत्रीय अशांति के माहौल में व्यापक चर्चा हुई। जब अगले वर्ष चीन 14वीं बैठक आयोजित करेगा तो उस अवसर पर भी लगभग इसी तरह की चुनौतियां सामने होंगी। जिसके लिए पांचों देशों को एक स्वर में बोलना होगा, ताकि दुनिया में विकासशील देशों के बोलने का अधिकार और मजबूत हो।
अनिल पांडेय