शी और पुतिन की शीतकालीन ओलंपिक भेंट ने द्विपक्षीय संबंधों को प्रदान की नयी शक्ति
चीन-रूस संबंधों के विशाल राजनीतिक श्रेष्ठता का लाभ उठाते हुए दोनों पक्षों के बीच चौतरफा व्यावहारिक सहयोग के परिणाम सामने आए हैं। हाल ही में चाइना मीडिया ग्रुप के महानिदेशक शन हाईश्योंग को दिए एक लिखित साक्षात्कार में पुतिन ने कहा कि रूस के व्यापारिक भागीदारों में चीन पहले स्थान पर है। कोरोना महामारी के प्रभाव के बावजूद प्रारंभिक आंकड़ों से पता चला है कि द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल 1.4 खरब डॉलर के उच्च स्तरीय ऐतिहासिक रिकॉर्ड तक पहुंच गया।
चीनी और रूसी राष्ट्रपतियों के बीच हुई मौजूदा भेंटवार्ता में व्यावहारिक सहयोग एक और मुख्य शब्द है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने अर्थव्यवस्था, व्यापार, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और वित्त जैसे कई सहयोग मुद्दों पर चर्चा की, और संयुक्त रूप से चीन-रूस खेल आदान-प्रदान वर्ष की औपचारिक शुरुआती की घोषणा की। दोनों देशों के संबंधित विभागों और उद्यमों ने व्यावहारिक सहयोग की नींव रखते हुए लगभग 20 सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए।
साल 2014 से 2022 तक, आठ सालों में चीनी और रूसी राष्ट्राध्यक्षों के बीच "निश्चित शीतकालीन ओलंपिक भेंट" और " नए साल की मुलाकात" ने नई ऐतिहासिक परिस्थितियों में चीन-रूस संबंधों के लिए एक खाका और दिशात्मक नेविगेशन की योजना बनाई। बैक टू बैक, कंधे से कंधा, चीन और रूस के बीच उच्च स्तरीय आपसी विश्वास और चौतरफा व्यावहारिक सहयोग न केवल दोनों देशों की जनता को लाभ पहुंचाता है, बल्कि जटिल और बदलती अंतरराष्ट्रीय स्थिति में स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। चीन-रूस संबंधों की एक्सप्रेस ट्रेन लगातार पटरी पर आगे बढ़ रही है।