उम्मीद है कि अमेरिका दुनिया को अपनी ईमानदारी दिखाएगा
वार्ता में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने फिर एक बार अंतर्राष्ट्रीय कर्तव्य की चर्चा की। उन्होंने जोर दिया कि बड़े देश के नेता होने के नाते दोनों नेताओं को वैश्विक गर्म समस्याओं का हल करने पर ख्याल करने के अलावा वैश्विक स्थिरता और अरबों लोगों के उत्पादन और जीवन पर भी ध्यान देना होता है। चीन ने यूक्रेन संकट के समाधान करने के लिए समग्र प्रस्ताव पेश किया, जिसमें सैद्धांतिक रुख और ठोस तरीके शामिल हैं।
शी ने कहा कि समस्या को हल करने के लिए समस्या की रचना करने वालों को मेहनत की जरूरत है। अमेरिका ने वार्ता में कहा कि यूक्रेन संकट के और तीव्र होने से बचाने के लिए चीन से संपर्क करेगा। जो कहता है वहीं करना चाहिए। अगर अमेरिका एक तरफ चीन से सहयोग करने को ढूंढना चाहता है, दूसरी तरफ चीन को बदनाम करता रहा, इससे काम नहीं चलेगा।
गौरतलब है कि इस बार की वीडियो वार्ता चीन और अमेरिका के बीच शांगहाई विज्ञप्ति के जारी होने की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित हुई। 50 साल पहले चीन और अमेरिका के नेताओं ने समझा कि हालांकि दोनों के बीच मतभेद हैं, फिर भी समान हितों के आधार पर सहयोग कर सकते हैं। यही शांगहाई विज्ञप्ति की अहम भावना है और 50 साल के बाद यह भावना अभी भी कारगर है।
एक स्थिर चीन-अमेरिका संबंध दोनों के लिए लाभदायक हैं। आशा है कि अमेरिका अपने वचन का पालन कर व्यावहारिक कार्रवाइयों से राष्ट्रपति बाइडेन के राजनीतिक वादे को साकार करने की कोशिश करेगा। अमेरिका को फिर एक बार चीन और दुनिया को निराशा नहीं देनी चाहिए।