ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में तिरंगा थामना सपने जैसा- आरिफ खान
ओलंपिक गेम्स में स्लालोम में 70 पोल्स पुरुषों के ईवेंट में होते हैं और जायंट स्लालोम में 40-47 पोल्स होते हैं। आरिफ बताते हैं कि कोर्स पर टाइमिंग कई बातों पर निर्भर करती है। मुख्य रुप से स्लोप पर काफी निर्भर करता है। अलग-अलग स्लोप पर अलग-अलग टाइमिंग आती है। इसलिए स्किईंग में हमेशा ही अलग टाइमिंग होती है। जैसे 100 मीटर रनिंग में टाइमिंग होता है स्किईंग में उससे अलग होता है और हमेशा अलग-अलग टाइमिंग ही होता है। इसमें गेट्स के नंबर, स्लोप का प्रतिशत, ढलान जैसी बातें महत्वपूर्ण होती है। आरिफ बताते हैं कि ओलंपिक स्तर पर औसतन जायंट स्लालोम का कोर्स 1 मिनट 10 सैकंड से 1 मिनट 15 सैकंड में पार कर लिया जाता है और स्लालोम 55 सैकंड से 1 मिनट के बीच में पार हो जाता है। ओलंपिक में हर खिलाड़ी को ढलान पर स्किईंग करने का दो बार रन या मौका मिलता है और उन दोनों रन का औसत टाईम लिया जाता है और उसी आधार पर ओलंपिक पदक का फैसला हो जाता है।
ओलंपिक में अपने ईवेंट के दिनों के बारे में आरिफ कहते हैं कि अल्पाईन स्किईंग के छह ईवेंट होते हैं और ओलंपिक में ये सभी अलग-अलग दिनों में होते हैं। ओपनिंग सेरेमनी 4 फरवरी को हैं और क्लोसिंग सेरेमनी 20 फरवरी को है। आरिफ बताते हैं कि उनका ईवेंट स्लालोम और जायंट स्लालोम 13 फरवरी को है और 16 फरवरी को होना है और सुबह करीब 10 बजे शुरू होगा। अगर मौसम के हालात और विज़िबिलिटी अच्छी है तो कोई समस्या नहीं होती हैं, अगर मौसम काफी खराब है तो ईवेंट को रिशेड्यूल भी किया जा सकता है।
इस खेल में सुरक्षा संबंधी उपकरणों के बारे में आरिफ रेखांकित करते हुए बताते हैं कि सुरक्षा के लिए कई तरह के उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। बैक और शोल्डर प्रोटेक्टर्स, आर्म गार्ड्स, स्की, शिन गार्ड, ग्लोव्स, गॉगल्स, स्की बूट्स, स्की पोल्स, हेल्मेट का इस्तेमाल किया जाता है। वे बताते हैं कि 1994 में इस खेल से जुड़े हैं और ओलंपिक की तैयारियों के लिए फुल स्केल ट्रेनिंग कर रहे हैं यानी पिछले कुछ वर्षों से एक साल में 9 महीने स्किईंग कर रहे हैं। वे अभ्यास करने के लिए यूरोपीय देशों में भी जाते हैं जहां पर ग्लेशियर्स पर स्किईंग होती है।