ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में तिरंगा थामना सपने जैसा- आरिफ खान
स्लालोम में अपने आदर्श के बारे में आरिफ कहते हैं कि इस खेल में कई आदर्श हैं कि लेकिन स्विटजरलैंड के मार्को ओडरमाट को वे अपना आदर्श हैं और ओडरमाट वर्ल्ड चैंपियन के रुप में टॉप कंटेंडर हैं और वे भी पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे।
महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श बताते हुए आरिफ कहते हैं कि सचिन ने पिछले दिनों फोन पर उनसे करीब 20 मिनट बातचीत भी की और बातचीत काफी मददगार रही । साथ ही महेन्द्र सिंह धौनी और नीरज चोपड़ा को भी आरिफ अपनी प्रेरणा स्त्रोत के रुप में देखते हैं।
जैसे नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में तिरंगा फहराया वैसे ही क्या आरिफ करना चाहते हैं, इस सवाल के जवाब में आरिफ बताते हैं कि हर एथलीट का सपना होता है कि कुछ ऐसा करे कि जिससे वो अपनी पहचान बनाए और देश का तिरंगा लहराना सपने जैसा होगा और पिछले दस वर्षों से इसी उम्मीद में हैं।
अपने पिछले रिकार्ड के बारे में आरिफ बताते हैं कि जब भी बड़े टूर्नामेंट में भागीदारी की है तो टॉप खिलाड़ियों में रहे हैं। लेकिन ये ऐसा स्पोर्ट है कि जीतने के करीब होने पर भी कुछ भी हो सकता है।
शीतकालीन ओलंपिक खेलों में क्वालिफाई करने की बारिकियों के बारे में आरिफ बताते हैं कि कई रेस कई देशों में होती है और ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए पांच ईवेंट या पांच रेस चाहिए होती हैं। हर रेस में कुछ अंक मिलते हैं और जीतने वाले खिलाड़ी के जीतने नजदीक होते हैं उतना अच्छा है। ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए 160 अंक या कम चाहिए होते हैं और ये अंक घटते क्रम में होते हैं यानी जितने कम अंक हों उतना ही प्रदर्शन अच्छा माना जाता है। आरिफ बताते हैं कि उनके स्लालोम में 110 अंक रहे और जायंट स्लालोम में 127 अंक रहे और इसी आधार पर उन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया। ये अंक हाल ही की पांच रेसों के आधार पर दिए गए और मुख्य रुप से दिसंबर में हुई थीं। इसी आधार पर विश्व रैंकिंग भी मिलती है और ओलंपिक से पहले एक शीट जारी होगी जिसमें हर खिलाड़ी को रैंकिंग दी जाएगी।