यहां 9 घटनाक्रम के जरिए जानें, क्या होगा ‘भारत का भविष्य’?
6 घंटे की 'राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन' की यात्रा
साल के आखिरी माह दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत यात्रा पर आए। यह भारत-यात्रा अंतरराष्ट्रीय राजनीति के पर्यवेक्षकों के लिए विशेष महत्व रखती है। रूस-चीन संबंध अत्यंत घनिष्ठ हो गए हैं। रूस भारत के साथ अपने संबंधों को भी बनाए हुए है। भारत-यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 28 समझौते हुए हैं। भारत और रूस के बीच प्रतिरक्षा समझौते और सौदे पिछले कई दशकों से होते रहे हैं।
साल 2020 में भारत-रूस व्यापार 9.31 बिलियन डॉलर रहा। जबकि चीन-रूस व्यापार उससे दस गुना से ज्यादा है। जनवरी 2021 से जून 2021 तक यह 5.23 बिलियन डॉलर रहा। भारत-चीन व्यापार भी कई गुना ज्यादा है। अत्यंत व्यस्तता के बावजूद पुतिन सिर्फ 6 घंटे के लिए ही भारत आए लेकिन मोदी और पुतिन को चाहिए था कि आपसी व्यापार बढ़ाने के लिए वे विशेष प्रयत्न करते। दोनों ने कहा है कि वे अगले साल में आपसी व्यापार 30 बिलियन और निवेश 50 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने की कोशिश करेंगे।