शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन मानव समुदाय के लिए नयी आशा और एकता का संदेश
कुछ देशों ने ओलंपिक के आयोजन को भी राजनीति से जोड़े बिना नहीं छोड़ा और उन्होंने कूटनीतिक स्तर पर चीन में ओलंपिक के आयोजन का विरोध किया। लेकिन ओलंपिक में भाग लेने आए खिलाड़ियों और प्रतिनिधियों के उत्साह ने उन देशों की मंशा को चूर-चूर कर दिया है। गौरतलब है कि, महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक का संचालन देरी से हुआ था लेकिन चीन ने महामारी और कूटनीतिक दबाब को झेलते हुए नीयत समय पर ओलंपिक का आयोजन किया और दुनिया को एक नया संदेश दिया है। इस बार के ओलंपिक का थीम, “एक साथ साझा भविष्य की ओर” है। इस थीम के द्वारा चीन ने विश्व को यह संदेश देने की कोशिश की है कि, दुनिया एक संयुक्त परिवार है और मानव समुदाय का भविष्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। इससे यह भी जाहिर होता है कि चीन मानव समुदाय के साझा भविष्य के निर्माण के प्रति प्रतिबद्ध है।
इस बार का ओलंपिक शुभंकर पिंग त्वनत्वन भी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। चीन का पारंपरिक वसंत त्योहार के दौरान ही ओलंपकि के आयोजन ने पिंग त्वनत्वन को रातोंरात लोकप्रिय बना दिया। न केवल चीन में बल्कि अन्य देशों में भी पिंग त्वनत्वन की खरीदारी के लिए प्रशंसक कोशिश कर रहे हैं। पिंग त्वनत्वन शुभंकर चीन का प्रसिद्ध पांडा पर चित्रित एक अंतरिक्ष यात्री जैसा दिखने वाला शुभंकर है। यह शुभंकर चीन द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में प्राप्त की गई उपलब्धियों को भी प्रदर्शित करता है। ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए चीनी एयरोस्पेस विज्ञान और प्रौद्यौगिकी निगम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गौरतलब है कि, चीनी अंतरिक्ष स्टेशन, छांग अ श्रृंखला और थ्येनवन-1 मंगल ग्रह अनुसंधान का कार्य यही संस्था कर रही है। ओलंपिक समारोह की सफलता की सुनिश्चितता के लिए एयरोस्पेस विज्ञान और प्रौद्यौगिकी निगम ने 11 बड़ी परियोजनाओं का कार्य संभाला और उन्हें सफलतापूर्वक पूरा किया। इससे खेल और विज्ञान तकनिक के अन्योन्याश्रय संबंध का भी पता चलता है।